लेखनी प्रतियोगिता -13-Sep-2023
नन्ही बच्ची कहती है
जब मैं गर्भ में जैसे आई पता चला बेटी होगी
भ्रूण हत्या कर दी दबाव में एक मां कैसे सहती होगी
न देखा चेहरा मेरा न मुझे दुनिया है दिखाई
गर्भ में ही मार दिया न पैदा होती दफनाई
एक नारी से ही जन्मे है सब फिर भी लड़की होने में ऐसे बातें करते है
कई पिता आज भी एक बेटी होने ने डरते है
क्या से क्या कर रही है बेटियां
शमशान भी ले जाती है बेटियां ही
पर जब एक बेटी की बात आती है
तो उसे जिंदा ही जबरदस्ती गर्भपात करा आती है
मां मेरा कोई गुनाह हो गया क्या
जो तुम मुझे ऐसे भ्रूण हत्या कर रही
मेरी चीख जाने आप क्यों नही सुन रही हो
चुप क्यों खामोशी से ये जुर्म सह रही हो
अपने दर्द को उनकी खुशी के खातिर वंचित कर रही हो
मुझे धरती में आने दो घर को खुशियों से चमका दूंगी
सफलता की लौह से अपने परिवार के दिमाग से ये भूर्ण हत्या का भूत मिटा दूंगी।।
Varsha_Upadhyay
14-Sep-2023 06:43 PM
Nice one
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hema mohril
14-Sep-2023 07:27 AM
Nice
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Zakirhusain Abbas Chougule
14-Sep-2023 12:00 AM
Nice
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